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Swachh Survekshan 2019 Result
Some Important Facts-
- महात्मा गांधी ने कहा था कि ‘‘स्वच्छता स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण है।’’ इसी के मद्देनज़र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर, 2014 को ‘स्वच्छ भारत मिशन’ की शुरुआत की थी। मिशन का उद्देश्य महात्मा गांधी की 150वीं जयंती (वर्ष 2019) तक स्वच्छ भारत की स्थिति को प्राप्त करना है।
- शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ सर्वेक्षण की जिम्मेदारी को शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा।
- स्वच्छ सर्वेक्षण जनवरी 2016 में शुरू किया गया था
- यह स्वच्छ सर्वेक्षण का चौथा संस्करण था 2019 में
- स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 के लिए देश के सबसे स्वच्छ शहरों के नाम का ऐलान बुधवार 6 March को विज्ञान भवन Delhi में हुआ। इस सर्वे में इंदौर लगातार तीसरी बार अव्वल रहा है। सबसे स्वच्छ राजधानियों में भोपाल पहले स्थान पर है। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में अहमदाबाद और पांच लाख से कम आबादी वाले शहरों में उज्जैन ने बाजी मारी है।
- 4237 शहरों का सर्वेक्षण 28 दिनों में हुआ, 64 लाख लोगों से लिया गया फीडबैक
- चार जनवरी से 31 जनवरी तक हुए स्वच्छता सर्वेक्षण,
- साथ ही, सोशल मीडिया के माध्यम से इन शहरों के 4 करोड़ लोगों से फीडबैक लिया गया। टीम ने इन शहरों के 41 लाख फोटोग्राफ्स कलेक्ट लिए। सर्वेक्षण में शामिल शहरों की तरफ से स्वच्छता के संदर्भ में 4.5 लाख डॉक्यूमेंट्स अपलोड किए गए।
- स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 के तहत कुल 70 कैटेगरी में पुरस्कार दिए गए। सबसे स्वच्छ शहर के साथ ही स्टार रैकिंग और जीरो वेस्ट मैनेजमेंट का पुरस्कार भी इंदौर को मिला। वहीं, मध्यप्रदेश को कुल 19 पुरस्कार मिले हैं। सर्वेक्षण में टॉप करने के चलते इंदौर को सफाई के लिए अब विशेष अनुदान मिलेगा। पिछली बार 20 करोड़ रुपए इंदौर को मिला था।
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छत्तीसगढ़ उत्कृष्ट स्वच्छता वाले राज्यों में उभरा:
- केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र राज्य भी स्वच्छता के संदर्भ में तेजी से उभरे हैं। इन तीनों राज्यों को बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट्स का पुरस्कार मिला है। छत्तीसगढ़ शीर्ष पर है जबकि दूसरे नंबर पर झारखंड और फिर महाराष्ट्र का नंबर है।
- इंदौर किन वजहों से है टाप पर
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इंदौर इन वजहों से तीसरी बार नंबर-1:
- 2014 तक इंदौर देश में सफाई के मामले में 149वें नंबर पर था। लेकिन, अब स्वच्छता का ब्रांड बन चुका है। देश में नंबर-1 बनने के बाद देश के 300 शहरों के प्रतिनिधियों ने इंदौर की सफाई सिस्टम को देख चुके हैं। 100 से ज्यादा नगरीय निकायों ने इंदौर की केस स्टडी भी बुलवाई। इसमें जम्मू-कश्मीर से लेकर चेन्नई, पूणे, बेंगलुरु, जयपुर शामिल है।
- देश का पहला ऐसा शहर, जिसने ट्रेंचिंग ग्राउंड को पूरी तरह खत्म कर वहां नए प्रयोग शुरू किए।
- 100% कचरे की प्रोसेसिंग और बिल्डिंग मटेरियल और व्यर्थ निर्माण सामग्री का कलेक्शन और निपटान।
- कचरा गाड़ियों की मॉनिटरिंग के लिए जीपीएस, कंट्रोल रूम और 19 जोन की अलग-अलग 19 स्क्रीन।
- 29 हजार से ज्यादा घरों में गीले कचरे से होम कम्पोस्टिंग का काम।
- देश के पहले डिस्पोजल फ्री मार्केट। इसमें हाल ही में 56 दुकान क्षेत्र को शामिल किया है।
- पहला शहर, जहां लाखों लोगों की मौजूदगी के दो जीरो वेस्ट इवेंट हुए।
Top 7 Prizes/ Awards of Swachh Survekshan 2019 Goes to
Top 10 Cities of India in Swachh Survekshan 2019
शहर प्राप्त अंक (5000 में से)
1.इंदौर 4659
2.अंबिकापुर 4394
3.मैसूर 4379
4.उज्जैन 4244
5.नई दिल्ली 4191
6.अहमदाबाद 4137
7.नवी मुम्बई 4129
8.तिरूपति 4025
9.राजकोट 4000
10.देवास 3968
Top 5 Cities of Uttar Pradesh in Swachh Survekshan 2019
शहर देश में रैंकिंग प्रदेश में रैंकिंग प्राप्त अंक (5000 में से)
1.गाजियाबाद 13 01 3877
2.कानपुर 63 02 3113
3.झांसी 68 03 3086
4.वाराणसी 70 04 3063
5.आगरा 85 05 2970
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