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भारत की पंचवर्षीय योजनायें – Five year Plan Of India

Five Year Plans Of India

देश में पंचवर्षीय योजनाओं के क्रियान्वयन से आर्थिक सामाजिक एवं औघोगिक पिछड़ेपन को दूर  करने के लिए इस तरह की योजना का विकास  किया गया ! भारत में इस योजना की नींव से आर्थिक संव्रिदी गरीबी का निवारण तथा रोजगार के अवसरों में वृद्धि के लिए किया गया, भारत में आर्थिक आयोजन सम्बंधित  प्रस्ताव सर्वप्रथम सन  1934ई० में  “विश्वेश्वरैया” की पुस्तक “Planned Economy for India”  में आयी थीं ! इस पुस्तक में भारत के सर्वागीण विकास के लिए कई प्रकार के योजनाओ की प्रस्तुतिकरण हुई, आर्थिक एवं सामाजिक विकास से जुड़ी इस योजना को संविधान की समवर्ती सूची(सातवीं अनसूची) में रखा गया है  और यह कहा गया है कि इस योजना से देश की सभी पंचायतो को आर्थिक विकास एवंसामाजिक न्याय की व्यवस्था को सुचारू रूप प्रदान करने का कार्यभार दिया जाएगा !



प्रथम पंचवर्षीय योजना – (1951-1956)

प्रथम पंचवर्षीय योजना का आरम्भ 8 दिसम्बर 1951 ई० को हुई इस योजना के प्प्रथम अध्यक्ष पं०जवाहरलाल नेहरू थे,योजना में व्यय की कुल राशि 2069 करोंड़ थी !

इसके साथ ही इस योजना में सर्वागीण विकास की प्रक्रिया आरम्भ की गयी जिससे राष्ट्रिय आय के लगातार बढ़ने का आश्वासन दिया जा सके

द्वितीय पंचवर्षीय योजना  (1956-61­­­­­­)

पंचवर्षीय योजना का आरम्भ 1956ई० को हुआ इसके अध्यक्ष पं०जवाहरलाल नेहरू तथा उपाध्यक्ष वी०टी० कृष्णामा चारी थे ! इस योजना का व्यय आकार 48000 करोड़ रूपये का रहा !

जैसे- दुर्गापुर, भिलाई, राउरकेला के इस्पात कारखानों की स्थापना हुई !




तृतीय पंचवर्षीय योजना (1961-66 ई०)

 तृतीय पंचवर्षीय योजना का प्रारम्भ सन 1961 ई० में पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में हुई, इस योजना के उपाध्यक्ष गुलजारी लाल नंदा थे तथा इस योजना के व्यय राशि का कुल आकार 7,500 करोड़ रुपये था !

तीन एकवर्षीय योजनायें – (1966-67, 1967-68 तथा 1968-69)

वर्ष 1965 ई० भारत एवं पाकिस्तान के मध्य हुये युद्ध के कारण देश को भारी धन की हानि हुई तथा उस काल के दौरान देश में सूखे की स्थिति भी लगातार दो वर्ष तक बनी रही, इस कारण से चौथी योजना का आरम्भ नहीं किया जा सका बल्कि उसके स्थान पर तीन वार्षिक योजनायें प्रारम्भ की गयी !

चौथी पंचवर्षीय योजना (1969-74) –

देश की चौथी पंचवर्षीय योजना का आरम्भ सन 1969 ई० में हुआ इसकी अध्यक्षा इंदिरा गांधी तथा उपाध्यक्ष डी०आर० गाडगिल थे, योजना के व्यय के लिये 15,902 करोड़ रूपये व्यय करने का प्रावधान किया गया !

पांचवी पंचवर्षीय योजना (1974-78 ई०) –

पांचवी पंचवर्षीय योजना का आरम्भ 1974 ई० में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की अध्यक्षता एवं दुर्गा प्रसाद धर की उपाध्यक्षता में किया गया !



      छठी पंचवर्षीय योजना (1980-85 ई०) –

छठी पंचवर्षीय योजना का आरम्भ जनता पार्टी के द्वारा बनाये गये रोलिंग प्लान (1978-83) को समाप्त करके किया गया !

सातवीं पंचवर्षीय योजना (1985-90 ई०) –

सातवीं पंचवर्षीय योजना का आरम्भ 1985 ई० में राजीव गाँधी की अध्यक्षता एवं डॉ० मनमोहन सिंह की उपाध्यक्षता में सृजित किया गया !

आठवीं पंचवर्षीय योजना (1992-97 ई०)

1992 ई० को आठवीं पंचवर्षीय योजना का आरम्भ पी०वी० नरसिंह राव की अध्यक्षता एवं प्रणव मुखर्जी की उपाध्यक्षता में किया गया !

नौवीं पंचवर्षीय योजना (1997-2002 ई०)

नौवीं पंचवर्षीय योजना 1997 ई० में अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता में शुरू की गयी, नौवीं योजना में समानता के साथ विकास पर बल दिया गया !

दसवीं पंचवर्षीय योजना  (2002-2007 ई०)

दसवीं पंचवर्षीय योजना का आरम्भ अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता में सन 2002 को किया गया, इस योजना में 8.1% का विकास दर रखा गया, जिसमे देश की गरीबी और बेरोजगारी को ख़त्म करने का प्रावधान किया गया !

ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना (2007-2012 ई०)

बारहवीं पंचवर्षीय योजना (2012-2017 ई०)



तीन वर्षीय एकल प्लान योजना 2017 ई० से प्रारम्भ करने का प्रावधान –  

लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में मोदी सरकार के आने से देश की पंचवर्षीय योजनाओं को बंद कर दिया गया और इस योजना के बदले तीन वर्षीय एकल योजना को प्रारम्भ करने का प्रावधान किया गया ! इस एकल योजना का प्रारूप इस प्रकार से तैयार किया गया जिसमे 15 वर्ष के लिये “विजन डाक्यूमेंट”, 7 वर्ष के लिये “स्ट्रेटजी पेपर” तथा 3 वर्ष के लिये “एक्शन प्लान” को चलाने का प्रावधान किया गया !

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