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30वां व्यास सम्मान 2020

30वां व्यास सम्मान 2020

वर्ष 2020 के 30वें  व्यास सम्मान से किसको सम्मानित किये जानें की घोषणा मार्च 2021 में की गयी है

A.सुरेन्द्र वर्मा

B.गोविन्द मिश्र

C.प्रो. शरद पगारे

D.लीलाधर जगूड़ी

 

उत्तर- प्रो. शरद पगारे

व्यास सम्मान 2020

-दस वर्षों में प्रकाशित किसी भारतीय नागरिक की उत्कृष्ट हिंदी कृति को मिलता है यह सम्मान

-व्यास सम्मान भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद दूसरा सबसे बड़ा साहित्य-सम्मान है। इस पुरस्कार को 1991 में के के बिड़ला फाउंडेशन ने प्रारंभ किया था।

2016 –काटना शमी का वृक्ष-पद्म पंखुरी की धार से ,सुरेंद्र वर्मा [20] 2017 – दुक्खम सुक्खम ममता कालिया
2018 – जितने लोग उतने प्रेम, लीलाधर जगूड़ी[21] 2019 – कागज की नाव, नासिरा शर्मा
2020- पाटलीपुत्र की सामाज्ञी- प्रो शरद पगारे

इस सम्मान के तहत चार लाख रुपये की राशि के साथ प्रशस्ति और प्रतीक चिह्न भेंट किए जाते हैं। यह सम्मान पिछले 10 वर्षों में प्रकाशित किसी भारतीय नागरिक की उत्कृष्ट हिंदी कृति पर दिया जाता है। सृजनात्मक साहित्य के अतिरिक्त साहित्य और भाषा का इतिहास, आलोचना, निबंध और ललित निबंध, जीवनी आदि विधाएं भी इस पुरस्कार की परिधि में आती हैं।

लेखक का परिचय

प्रो. शरद पगारे का जन्म 5 जुलाई, 1931 को खंडवा मध्य प्रदेश में हुआ। उन्होंने इतिहास में एमए के बाद पीएचडी की। वह इतिहास के प्रतिष्ठित विद्वान, शोधकर्ता और यशस्वी प्राध्यापक रहे हैं। भारत ही नहीं विदेश में भी उनके प्रामाणिक इतिहास ज्ञान की सराहना की गई है। इतिहास संबंधी इनके कई शोधपरक ग्रंथ प्रकाशित हो चुके हैं।

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