राज्य – हरियाणा
राजधानी – चंडीगढ़
गठन – 1 नम्बर 1966
जिले – 22
क्षेत्रफल – 44,212 वर्ग कि०मी०
जनसंख्या – 2,53,53,081 (2011)
साक्षरता -76.64%
मुख्य भाषा – हिन्दी
घनत्व – 573 प्रति वर्ग कि०मी०
वाहन अक्षर- HR
Table of Contents
स्तिथि –
हरियाणा उत्तर भारत का एक राज्य है जिसकी राजधानी चण्डीगढ़ है। इसकी सीमायें उत्तर में हिमाचल प्रदेश, दक्षिण एवं पश्चिम में राजस्थान से जुड़ी हुई हैं। यमुना नदी इसके उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश राज्यों के साथ पूर्वी सीमा को परिभाषित करती है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली हरियाणा से तीन ओर से घिरी हुई है और फलस्वरूप हरियाणा का दक्षिणी क्षेत्र नियोजित विकास के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल है।
एक राज्य के रूप में हरियाणा 1 नवंबर 1966 को पंजाब पुनर्गठन अधिनियम (1966) के माध्यम से अस्तित्व में आया था। भारत सरकार ने 23 अप्रैल 1966 को पंजाब के तत्कालीन राज्य को निवासियों द्वारा बोली जाने वाली भाषाओं के आधार पर विभाजित करने के विचार के बाद हरियाणा के नए राज्य की सीमा निर्धारित करने के लिए न्यायमूर्ति जेसी शाह की अध्यक्षता में शाह आयोग की स्थापना की। आयोग ने ३१ मई १९६६ को अपनी रिपोर्ट दे दी, जिससे हिसार, महेंद्रगढ़, गुड़गांव, रोहतक और करनाल के तत्कालीन जिलों हरियाणा के नए राज्य का हिस्सा बन गए। इसके अलावा, संगरूर जिले की जिंद और नरवाना तहसील, और साथ साथ ही नारायणगढ़, अंबाला और जगधरी को भी इसमें शामिल किया जाना था।
जो देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का १.४ प्रतिशत है, और इस प्रकार क्षेत्रफल के आधार पर यह भारत का इक्कीसवाँ सबसे बड़ा राज्य है। समुद्र तल से हरियाणा की ऊंचाई ७०० से ३६०० फीट (२०० मीटर से १२०० मीटर) तक है।
जलवायु –
हरियाणा की जलवायु साल भर में गांगेय मैदानों के समान रहती है, यहाँ का मौसम गर्मियों में बहुत गर्म, जबकि सर्दियों में मध्यम ठंडा रहता है। सबसे गर्म महीने मई और जून होते हैं, जब तापमान 45 डिग्री सेल्सियस (113 डिग्री फारेनहाइट) तक चला जाता है, और सबसे ठंडे महीने दिसंबर और जनवरी रहते है।
करनाल, कुरुक्षेत्र और अंबाला जिलों के कुछ हिस्सों को छोड़कर पूरे राज्य में वर्षा कम और अनियमित है। वर्ष भर में अधिकतम वर्षा 216 सेमी, जबकि न्यूनतम वर्षा 26 से 38 सेमी तक रिकॉर्ड की जाती है। जुलाई से सितंबर के महीनों के दौरान लगभग 8० प्रतिशत बारिश होती है, और शेष वर्षा दिसंबर से फरवरी की अवधि के दौरान होती है।
वन्य जीवन
पूरे राज्य में कांटेदार, शुष्क, पर्णपाती वन और कांटेदार झाड़ियों को पाया जा सकता है। मानसून के दौरान, घास का एक कालीन पहाड़ियों को ढक लेता है। शहतूत, नीलगिरी, पाइन, किकर, शिशम और बाबुल यहां पाए जाने वाले कुछ पेड़ हैं। हरियाणा राज्य में पाए जाने वाले जीवों की प्रजातियों में काला हिरण, नीलगाय, पैंथर, लोमड़ी, नेवला, सियार और जंगली कुत्ता शामिल हैं। यहां पक्षियों की ४५० से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।
कृषि
पूर्वी भाग में गेंहू, गन्ना, चावल, मक्का, चना, मटर, कपास, तिलहन, तम्बाकू, मिर्च, मिर्च, जौ और दालें की खेती की जाती है ! पश्चिमी भाग में जौ, ज्वार, बाजरा, चना, गेंहू और दालों की खेती की जाती है ! राज्य में सूरजमुखी, सोयाबीन, मूंगफली, आलू सब्जियों की खेती तथा बागबानी की जाती हैं !
खनिज प्रदार्थ
दक्षिणी भाग (गुडगाँव) में स्लेट पत्थर और नमक मिलता है और महेंद्रगढ़ में इमारती और सीमेंट बनाने का पत्थर मिलता है !
पशुपालन
हरियाणा में बढ़िया नस्ल के पशु पाए जाते है ! हिसार, रोहतक और करनाल के बैल और गायें प्रसिद्ध हैं ! हिसार में पशुओं का बड़ा फार्म भी है !
जिलें
1. अम्बाला
2. कुरुक्षेत्र
3. गुड़गांव
4. पानीपत
5. भिवानी
6. यमुनानगर
7. रिवाड़ी
8. सिरसा
9. हिसार
10. फतेहाबाद
11. पलवल (नया)
12. करनाल
13. कैथल
14. जींद
15. फरीदाबाद
16. हमेन्द्रगढ़
17. मेवात
18. रोहतक
19. सोनीपत
20. पंचकुला
21. झज्झर
मुख्य नगर
अम्बाला बड़ी छावनी और रेलवे जंक्शन है ! यहाँ सूती कपड़ा, काँच का सामान, दवाइयाँ, वैज्ञानिक प्रयोगशाला का सामान और पीपल के बरतन बनते है !
करनाल –
पशुओं की प्रसिद्ध मंडी है ! यहाँ अच्छी नस्ल के बैल होते है ! यहाँ हथकरघे का ऊनी कपड़ा बनता है ! इसके निकट ही नीलोखेड़ी एक ओद्योगिक नगर है !
हिसार
यहाँ सरकारी पशु फार्म है ! पशुओं की मंडी है ! ऊनी और सूती कपड़े के कारखाने है ! कृषि विश्वविद्यालय भी है !
रोहतक
यहाँ चीनी बनाने और कपास बेलने के कारखाने है ! पशुओं, अनाज और रुई की मंडी है ! यहाँ पर मेडिकल कालेज भी है !
कुरुक्षेत्र
यह बड़ा तीर्थ स्थान है, यहाँ सूर्यग्रहण के अवसर पर लाखों व्यक्ति पवित्र बहासरोवर में स्नान करने आते है ! यहीं पर महाभारत का युद्ध हुआ था ! यहाँ विश्वविद्यालय भी है !
सिरसा
डेरा सच्चा सौदा – यहाँ एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक संस्था है
सोनीपत
यहाँ साइकिलें बनाने का एक बहुत बड़ा कारखाना है तथा कई बड़ी औद्योगिक इकाईयाँ भी है !
जगाधरी और यमुनानगर
यहाँ कागज, वनस्पति तेल और चीनी बनाने के कारखाने है यहाँ पर लकड़ी की भी मंडी भी है
पानीपत
यह शहर अपने तीन एतिहासिक युद्धों के लिए प्रसिद्ध है ! यहाँ चीनी बनाने का कारखाना है ! यह सूती चादरों दरियों व परदों के कपड़े के लिए प्रसिद्ध है जिसकी अनेक इकाइयाँ है ! इनका निर्यात भी होता है ! यहाँ एक तेलशोधक कारखाना भी स्थापित है !
फरीदाबाद
दिल्ली सीमा के निकट स्थित बड़ा औद्योगिक केंद्र है ! यहाँ मोटर- साइकिलें सिलाई की मशीन, जूते और ट्रैक्टर बनते है ! यह अनेक छोटे-बड़े उद्योगों का केंद्र है !
रेल
हरियाणा में रेल नेटवर्क ३ रेलवे जोनों के तहत ५ रेल डिवीजनों द्वारा कवर किया गया है। डायमंड चतुर्भुज हाई स्पीड रेल नेटवर्क, पूर्वी समर्पित फ्रेट कॉरिडोर (72 किमी) और पश्चिमी समर्पित फ्रेट कॉरिडोर (177 किमी) हरियाणा से गुजरते हैं।