बोगीबील ब्रिज
भारत के असम राज्य में ब्रह्मपुत्र नदी पर बना एक पुल है।
इस पर रेलमार्ग तथा सड़कमार्ग दोनों बने हुए हैं।
यह पुल असम के धेमाजी जिला और डिब्रूगढ़ जिला को जोड़ता है।
इस पर सन 2002 में कार्य आरम्भ हुआ था।
यह पुल 4.94 किमी लम्बा है और भारत का सबसे लम्बा रेल-सह-सड़क सेतु है।
यह भारत का चौथा सबसे बड़ा सेतु है तथा एशिया का दूसरा सबसे लंबा रेल-रोड सेतु है।
इसका उद्घाटन भारत के प्रधान मन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 25 दिसम्बर 2018 को पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती के अवसर पर (सुशासन दिवस) किया !
बोगीबील सेतु का जीवनकाल 120 वर्ष अनुमानित है।
पुल को बनाने में 30 लाख सीमेंट की बोरियों का इस्तेमाल किया गया। इतनी सीमेंट से 41 ओलिंपिक स्वीमिंग पूल बनाए जा सकते हैं।
यह पुल अरुणाचल सीमा से सटे होने के कारण सामरिक दृष्टि से खासा अहम है।
यह पुल देश के पूर्वोत्तर इलाके की जीवन रेखा के रूप में जाना जायेगा
बोगीबील पुल असम और अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तर और दक्षिण तट के बीच संपर्क की सुविधा प्रदान करेगा !
बोगीबील ब्रिज से पहली रेलगाड़ी तिनसुकिया-नाहरलगुन इंटरसिटी एक्सप्रेस गुजरी !
भारतीय रेलवे ने इस बेहद चुनौतीपूर्ण काम को सफलता के साथ अंजाम दिया, इसके नीचे के डेक पर दो रेल लाइन हैं और ऊपर के डेक पर 3 लेन की सड़क है !