बाण सागर परियोजना
BANSAGAR PROJECT
शिलान्यास तिथि -14 मई 1978
लोकार्पण तिथि- 15 जुलाई 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 15 जुलाई को मिर्जापुर के चंदईपुर मैदान से बाणसागर परियोजना का लोकार्पण किया गया, बाणसागर परियोजना की नीवं सन 1978 ई० में तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई ने रखा था ! इस योजना के निर्माण में कुल 34 सौ करोड़ की लागत आयी जिसे तीन चरणों में पूरा किया गया, बाण सागर सिंचाई परियोजना को पूर्ण होने में कुल 4 दशक का समय लग गया, बाण सागर परियोजना से लगभग दो लाख किसानों को सिचाईं का लाभ मिलेगा इस योजना से सिंचाई का मुख्य उद्देश्य गर्मी के दिनों में किसानों को सिंचाई का जल उपलब्ध कराना है !
बाणसागर सिंचाई परियोजना के प्रारम्भ हो जाने से उत्तर प्रदेश, बिहार एवं मध्य प्रदेश के किसानों को नहरों के माध्यम से सिंचाई हेतू जल उपलब्ध कराया जायेगा !
यह परियोजना मध्य प्रदेश के सहडोल में सोन नदी पर बनी हुयी हैं और इसे अदवा बाँध में रोककर बैराज बनाकर नहर के माध्यम से आगे बढाया जा रहा है !
जल ग्रहण क्षेत्र – 18648 कि०मी०
बाँध की ऊँचाई – 67 मी०
बाँध की लम्बाई – 1020 मी०
जल संचय – 5.41 घन किमी०
नहर का नाम | लम्बाई (किमी०) | वार्षिक सिंचाई (हेक्टेयर) |
Common Water Carrier | 36.57 | इससे सीधे सिंचाई |
दाहिने किनारे की नहर | 30.80 | 5059 |
भीतरी नहर | 11.20 | 2730 |
शिहवाल नहर | 75.30 | 27143 |
केवटी नहर | 90.00 | 45528 |
पूर्वा नहर | 128.90 | 74084 |
गुढ़ मऊगंज | 65.00 | 24654 |
तेओथर उत्थापित नहर | 40.96 | 14161 |