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पहली बार भारत में एक साल का मास्टर डिग्री प्रोग्राम 2024 से
यूजीसी अध्यक्ष एम जगदीश कुमार नें कहा कि – पीजी प्रोग्राम की नई पाठ्यचर्या तैयार, इसी हफ्ते मसौदा राज्यों व विश्वविद्यालयो को भेजा जायेगा.
खबर- 17 नवबर 2023
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2024 से छात्रो के पास एक वर्षीय और दो वर्षीय मास्टर्स की पढ़ाई का विकल्प होगा. इसके अलावा स्नातक यानी अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम में जिन विषयो की पढ़ाई होगी, उसे ही पीजी प्रोग्राम में चुनने की बंदिश खत्म हो जायेगी.
छात्र अपनी पसंद से CUET PG 2024 में अपनी पसंद से सम्बन्धित विषय में क्वालीफाई कर मास्टर्स की पढ़ाई कर सकेंगे.
यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार नें बताया कि यूजीसी की तीन नवंबर को हुई काउन्सिल बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP 2020 के तहत तैयार पीजी प्रोग्राम के लिए नये पाठ्यक्रम व क्रेडिट फ्रेमवर्क को मंजूरी दे दी गयी है
अभी तक देश में दो वर्षीय मास्टर्स की पढ़ाई का ही विकल्प है.
एक साल मास्टर या दो साल का मास्टर – दो विकल्प उपलब्ध होंगे
नये पाठ्यक्रम और क्रेडिट फ्रेमवर्क के तहत चार वर्षीय यूजी की पढ़ाई करने वाले छात्रों को एक साल की मास्टर डिग्री का विकल्प होगा, इसके अलावा तीन वर्षीय यूजी प्रोग्राम की पढ़ाई करने वाले छात्रों को दो वर्षीय मास्टर्स की पढ़ाई का विकल्प होगा.
पढ़ाई का माध्यम बदलनें का भी विकल्प-
नये नियमो में छात्रो को पढ़ाई का माध्यम बदलनें का विकल्प मिलेगा. इसमे छात्र आफलाईन, ओडीएल (दूरवर्ती शिक्षा), आनलाईन लर्निंग से लेकर हाईब्रिड के माध्यम से सुविधानुसार पढ़ाई कर सकेंगे.