प्रश्न1. ‘नीली-साड़ी’ में कौन सा विशेषण है?
उत्तर- नीली साड़ी में गुणवाचक विशेषण है।
गुणवाचक विशेषण- परिभाषा- जिस विशेषण से संज्ञा या सर्वनाम का आकार –प्रकार ,रूप-रंग , सम्बंध , गुण-दोष , आदि का बोध (ज्ञान ) होता है उन्हे गुण वाचक विशेषण कहते है |
प्रश्न 2- ऋषि संज्ञा शब्द से विशेषण का निर्माण कीजिए।
उत्तर- आर्ष
प्रश्न 3- चूरन का तत्सम रूप क्या होगा
उत्तर – चूरन का तत्सम रूप चूर्ण होता है।
प्रश्न 4- तिक्त शब्द का तद्भव क्या होगा
उत्तर- तिक्त शब्द का तद्भव तीता होगा।
प्रश्न 5- उक्त शब्द का विलोम बताईये
उत्तर- उक्त शब्द का विलोम होगा- अनुक्त
प्रश्न 6- रमा + ईश = रमेश- यह किस प्रकार की संधि है
उत्तर– यह गुणसंधि है।
व्याख्या- गुण संधि- यदि अ या आ के बाद इ या ई रहे, तो दोनों मिलकर ए, उ या ऊ रहे तो दोनों मिलकर ओ, तथा ऋ रहे तो अर् हो जाता है। इस प्रकार से निर्मित संधि को गुण संधि कहा जाता है।
उदाहरण- देव +इंद्र= देवेन्द्र
महा +ऋषि= महर्षि
प्रश्न 7- किस छंद में 28 मात्राएं होती है और अन्त में लघुगुरू होता है
उत्तर- हरिगीतिका में 28 मात्राएं होती है, और अन्त में लघुगुरू होता है।
प्रश्न 8- जो बात लोगों से सुनी गई हो के लिए एक शब्द का निर्माण कीजिए।
उत्तर- एक शब्द होगा- किंवदन्ती
प्रश्न 9- बड़े न हूजे गुनन बिनु विरद बड़ाई पाय
कहत धतूरे सो कनक, गहनों गढ़ो न जाय
पंक्ति में कौन सा अलंकार होगा
उत्तर- इन पंक्तियों में अर्थान्तरन्यास अलंकार है।
व्याख्या- जहाँ सामान्य कथन का विशेष से या विशेष कथन का सामान्य से समर्थन किया जाए, वहाँ अर्थान्तरन्यास अलंकार होता है।
- सामान्य – अधिकव्यापी, जो बहुतों पर लागू हो।
- विशेष – अल्पव्यापी, जो थोड़े पर ही लागू हो।
उदाहरण-
जो रहीम उत्तम प्रकृति का करि सकत कुसंग ।
चन्दन विष व्यापत नहीं लपटे रहत भुजंग ।।
प्रश्न 10- बढ़त- बढ़त सम्पत्ति सलिल मन –सरोज बढ़ि जाय ।
घटत-घटत फिर ना घटै,करू समूल कुम्हिलाय़।।
पंक्तियों में अलंकार बताइए।
उत्तर- इन पंक्तियों में रूपक अलंकार है।
व्याख्या- रूपक साहित्य में एक प्रकार का अर्थालंकार है जिसमें बहुत अधिक साम्य के आधार पर प्रस्तुत में अप्रस्तुत का आरोप करके अर्थात् उपमेय या उपमान के साधर्म्य का आरोप करके और दोंनों भेदों का अभाव दिखाते हुए उपमेय या उपमान के रूप में ही वर्णन किया जाता है।
प्रश्न 11- अतीत के चलचित्र किसकी रचना है
उत्तर- अतीत के चलचित्र महादेवी वर्मा जी की रचना है।
महादेवी वर्मा (26 मार्च, 1907 — 11 सितंबर, 1987) हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में से हैं।
प्रश्न 12- शाकुन्तलम किसकी रचना है
उत्तर- शाकुन्तलम महाकवि कालीदास जी द्वारा रचित है।
(अभिज्ञान शाकुन्तलम् महाकवि कालिदास का विश्वविख्यात नाटक है जिसका अनुवाद प्राय: सभी विदेशी भाषाओं में हो चुका है। इसमें राजा दुष्यन्त तथा शकुन्तला के प्रणय, विवाह, विरह, प्रत्याख्यान तथा पुनर्मिलन की एक सुन्दर कहानी है। पौराणिक कथा में दुष्यन्त को आकाशवाणी द्वारा बोध होता है पर इस नाटक में कवि ने मुद्रिका द्वारा इसका बोध कराया है।
प्रश्न 13- पौ बारह होना मुहाबरे का सही अर्थ बताईए
उत्तर- पौ बारह होना अर्थात- सब तरह की सुख सुविधाओं का होना।
प्रश्न 14- सब्जबाग दिखाना मुहाबरे का अर्थ क्या होगा
उत्तर- प्रलोभन देना।
प्रश्न 15- खुदा गंजे को नाखून न दे, लोकोक्ति का आशय स्पष्ट करें
उत्तर- इस लोकोक्ति का आशय होगा कि – अत्याचारी को शक्ति नहीं मिलनीं चाहिए।
प्रश्न 16- भारतीय काव्य शास्त्रियों में सर्वप्रथम किसनें महाकाव्य की विशेषताओं का वर्णन किया है
उत्तर- महाकाव्य की विशेषताओं का सबसे पहले वर्णन भामह नें किया है।
आचार्य भामह संस्कृत भाषा के सुप्रसिद्ध आचार्य थे। उन का काल निर्णय भी अन्य पूर्ववर्ती आचार्यों की तरह विवादपूर्ण है। परंतु अनेक प्रमाणो से यह सिद्ध होता है कि भामह ३०० ई० से ६०० ई० के मध्ये हुए
प्रश्न 17- काव्यशास्त्र का प्रथम आचार्य किसे माना जाता है
उत्तर- काव्यशास्त्र का प्रथम आचार्य भरतमुनि को माना जाता है।
प्रश्न 18- किस धारा के अन्तर्गत केन्द्र सरकार का दायित्व हिन्दी का प्रचार प्रसार करना बताया गया है
उत्तर- धारा 351 के अन्तर्गत केन्द्र सरकार का दायित्व हिन्दी का प्रचार प्रसार करना निर्धारित किया गया है।
प्रश्न 19- अनुनासिक ध्वनिं से आप क्या समझते है
उत्तर – जिन ध्वनियों के उच्चारण में मुंह के साथ नाक का भी प्रयोग किया जाता है, उसे अनुनासिक ध्वनियां कहा जाता है।प्राय लिखनें में अनुनासिक शब्दों के उपर चन्द्रबिन्दी लगा दी जाती है।
जैसे – गांव, छांव , आंख आदि
प्रश्न 20- योगरूढ़ शब्द की परिभाषा दीजिए।
योगरूढ़ शब्द- वे शब्द, जो यौगिक तो हैं, किन्तु सामान्य अर्थ को न प्रकट कर किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हैं,योगरूढ़ कहलाते हैं। जैसे-पंकज, दशानन आदि। पंकज=पंक+ज (कीचड़ में उत्पन्न होने वाला) सामान्य अर्थ में प्रचलित न होकर कमल के अर्थ में रूढ़ हो गया है।
प्रश्न 21- जिसके पास कुछ भी न हो, के लिए एक शब्द बताईए।
उत्तर- जिसके पास कुछ भी न हो अर्थात- अकिंचन
प्रश्न 22- तीन बेर खाती थी वे तीन बेर खाती है, में कौन सा अलंकार है।
उत्तर- इन पंक्तियों में यमक अलंकार है क्योकि यहां बेर शब्द का प्रयोग एक से अधिक बार हुआ है और हर बार उसका अर्थ अलग है।
प्रश्न 23- बीती विभावरी जाग री,
अम्बर पनघट में डुबो रही, तारा-घट ऊषा- नागरी।।
मे अलंकार की पहचान कीजिए.
उत्तर- इन पंक्तियों में रूपक अलंकार है।
प्रश्न 24- चांद का मुंह टेढ़ा है, किसकी रचना है।
उत्तर– चांद का मुंह टेढ़ा है ये रचना गजानन माधव मुक्तिबोध की है।
प्रश्न 25- नीम हकीम खतरे जान लोकोक्ति का अर्थ क्या है।
उत्तर- इस लोकोक्ति का अर्थ होगा अल्प ज्ञान हानिकारक होता है।
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