विश्व जल दिवस II World Water Day 2019
विश्व जल दिवस प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को मनाया जाता है ।
इसका उद्देश्य विश्व के सभी विकसित देशों में स्वच्छ एवं सुरक्षित जल की उपलब्धता सुनिश्चित करवाना है साथ ही यह जल संरक्षण के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित करता है ।
ब्राजील में रियो डी जेनेरियो में वर्ष 1992 में आयोजित पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में “विश्व जल दिवस” मनाने की पहल की गई ।
वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र ने अपने सामान्य सभा के द्वारा निर्णय लेकर इस दिन को वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाने का निर्णय लिया इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के बीच में जल संरक्षण का महत्व साफ पीने योग्य जल का महत्व आदि बताना था ।
1993 में पहली बार विश्व जल दिवस मनाया गया और संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1992 में अपने ‘एजेंडा 21’ में रियो डी जेनेरियो में इसका प्रस्ताव दिया था ।
हर साल विश्व जल दिवस को अलग अलग तरीके से मनाया जाता है । लोगों में पानी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए खास विषय के अनुसार इस दिन को मनाया जाता है ।
इस बार की विषय भी, हर बार की तरह ही खास है । विश्व जल दिवस साल 2019 का विषय है कि ‘किसी को पीछे नहीं छोड़ना’ (Leaving no one behind) । इस थीम के जरिए यह संदेश दिया जा रहा है कि साफ और स्वच्छ जल सभी का अधिकार है, इससे कोई भी वंचित नहीं रहना चाहिए।
देश का करीब 50 फीसदी हिस्सा सूखे की चपेट में आने वाला है ।
एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में 400 करोड़ लोगों को स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है जिसमें 25 फीसदी भारतीय भी शामिल हैं ।
वाटर एड संस्था की रिपोर्ट के अनुसार विश्व के कुल जमीनी पानी का 24 फीसदी भारतीय उपयोग करते हैं। देश में 1170 मिमी औसत बारिश होती है, लेकिन हम इसका सिर्फ 6 फीसदी पानी ही सुरक्षित रख पाते हैं।
एक रिपोर्ट में भारत को चेतावनी दी गई है कि यदि भूजल का दोहन नहीं रूका तो देश को बड़े जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। 75 फीसदी घरों में पीने के साफ पानी की पहुंच ही नहीं है। केंद्रीय भूगर्भ जल बोर्ड द्वारा तय मात्रा की तुलना में भूमिगत पानी का 70 फीसदी ज्यादा उपयोग हो रहा है।
यदि हम आकड़ों पर गौर करें तो करीब 1.5 अरब लोग पीने के शुद्ध पानी से महरूम हैं। यह संख्या अपने आप में बहुत ज्यादा है, इसलिए हमें जल को संरक्षित करना चाहिए। साथ ही इसकी स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को पीने का साफ पानी मिल सके ।